Shayari 16 on November 16, 2016 Get link Facebook X Pinterest Email Other Apps मेरे सिर्फ अल्फ़ाज़ों पर ध्यान न दे मेरे जज़्बातों को भी ज़रा देख ले, कहीं मैं कहना तुझसे और चाहता हो और तू कुछ और ही समझ ले।